यह जग तो है अति विचित्र ही, हर पल रहें सजग सावधान। यह जग तो है अति विचित्र ही, हर पल रहें सजग सावधान।
जिंदगी दाँव पर तो लगी ही हुई, मान लो वह अगर रोज लिखता रहे..! जिंदगी दाँव पर तो लगी ही हुई, मान लो वह अगर रोज लिखता रहे..!
विचित्र आवाज़ें विचित्र आवाज़ें
अति तो अच्छे की भी बुरी है, दारू भी कहाँ अब खरी है... अति तो अच्छे की भी बुरी है, दारू भी कहाँ अब खरी है...
देगे पुष्पांजलि करेंगे भक्ति, प्रेम भाव से उन्हें करेंगे भक्ति। देगे पुष्पांजलि करेंगे भक्ति, प्रेम भाव से उन्हें करेंगे भक्ति।
आजीवन करते हम संचय रहें, तो सुखमय जीवन रहे आए गम न पास। आजीवन करते हम संचय रहें, तो सुखमय जीवन रहे आए गम न पास।